“मक्की की रोटी और सरसो का साग ” ये खाने का मेल तो हम सबने खूब सुना है और वाकई मै इसको खाने का आनंद भी आता है, अब इतना तो हम सब ने सुना ही है लेकिन अब जानते है की मक्की का आटा इतना प्रचलित कैसे हुआ आइये इसके बारे मै जानकारी लेते है। विश्व मै सातवे स्थान पे भारत का नाम आता है जो की पुरे विश्व का 2 % मक्का का उत्पादन करती है, और भारत के पंजाब, हरियाणा और राजस्थान मै इसकी खपत ज़्यादा होती है। बहुत सारे गुणों के साथ आता है मक्की का आटा और कई व्यंजनों को बनाने मै भी इसका उपयोग किया जाता है। जैसे की मक्की के आटे के साथ -साथ मक्की का दलिया,इसका कटलेट भी बनाया जाता है।
Corn Flour/Atta Uses and Benefits
अब सवाल यह आता है की आखिर इतना गुणकारी और सेहतमंद आटा उपलब्ध कैसे होगा? आइये निचे दिए हुए ब्लॉग से हम मक्की के आटे के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी लेते है।
What is Corn Flour/Atta in Hindi?(मक्की का आटा क्या होता है?)
देखा जाए तो आमतौर पर सबको ऐसा ही लगता है की कॉर्न फ्लौर और मक्की का अट्टा एक ही होता है, दरअशल यह दोनों बनते मक्की से ही है लेकिन इनका आकर,रंग और इनकी बनावट में हल्का सा अंतर दिखाई देता है। मक्की का आटा मक्की के दानो को धुप में अच्छे से सुखाकर उन दानो को छिलके के साथ पिसा जाता है। मक्के का आटा आमतौर पर पीला होता है. यह दरदरा या बारीक भी होता है.
Uses of Corn Flour/Atta (मक्की के आटे के उपयोग)
मक्की का आटा देखा जाए तो बड़ा उपयोगी है, कैसे उपयोगी है अब ये जानने की आवशक्ता है। हमारे देश मई इसका उपयोग सर्दियों में खूब किया जाता हे। आइये अब जानते है की मक्की के आटे का उपयोग हम किस प्रकार कर सकते है :
- मक्की के आटे की रोटी
सर्दियों में अक्सर मक्की के आटे की रोटी और सरसों का साग बड़े ही चाव से खाया जाता है। मक्की के आटे की रोटी बनाने की विधि जानते हे, मक्की क दरदरा या बारीक आटा एक पतीले में ले उसमे थोड़ा सा गेहू का आता मिळाले जिससे आटे को एक बढ़िया पकड़ मिलजाती है और गुनगुने पानी में इस आटे को लगाए और गरमा गरम रोटियां घी लगाके सरसों के साग के साथ इसका आनंद ले।
- मक्की का दलिया
आमतौर पर हमारे घरो में सब गेहू के दलिया का उपयोग बहुत किया जाता हे। लेकिन एक बार मक्की का दलिया भी खाने की आवशक्ता है क्यों की जितना पोस्टिक गेहू का दलिया होता है उससे कही ज्यादा मक्की का दलिया भी लाभदायक रहता हे। इसको बनाने की विधि गेहू के दलीय के जैसे ही है बस इसे थोड़ा ज़्यादा पकाया जाता है।
- बाफला बाटी
राजस्थान और मध्यप्रदेश मई बाफला बाटी खाने का चलन खूब है, और उसमे मक्की के आटे का उपयोग खूब किया जाता है इससे बाटी में एक अलग ही मीठा सा स्वाद आता है जो की बाटी का स्वाद दुगना कर देती है। बाफला बाटी का आटा थोड़ा दरदरा रहता है और इसमें घी डाले के जैसे बाटी का आटा लगाया जाता है वैसे ही बाफला बाटी का आता लगाया जाता और इसे भाफ की मदद से पकाया जाता है और पकने के बाद इसे घी में तला जाता है करारा बनाने के लिए और बाटी के साथ चटनी ,डाली और गट्टे की सब्ज़ी और छास के साथ इसका आनंद लिया जाता है।
Nutritional value in Corn Flour/Atta (मक्की के आटे में पाए जाने वाले पोषण तत्व)
20 ग्राम मक्की के आटा में पाए जाने वाले पोषक तत्वों की सूची हम यहाँ प्रदर्शित करने जा रहे हैं –
पोषक तत्व | पोषक तत्वों की मात्रा |
एनर्जी | 44 कैलोरीज |
प्रोटीन | 1.1 ग्राम |
कार्बोहाइड्रेट | 9.1 ग्राम |
फैट | 0.5 ग्राम |
फाइबर | 1.2 ग्राम |
विटामिन बी 1 (थियामाइन) | 0.17 mg |
विटामिन बी 2 (राइबोफ्लेविन) | 0.09 mg |
विटामिन बी 3 (नियासिन) | 1.17 mg |
फोलेट विटामिन बी 9 | 27.9 mg |
कैल्शियम | 16.9 mg |
आयरन | 0.86 mg |
मैग्नीशियम | 13.2 mg |
फॉस्फोरस | 26.7 mg |
जिंक | 0.22 mg |
पोटैशियम | 35.7 mg |
Benefits of Corn Flour/Atta (कॉर्नफ्लोर के फायदे)
- कब्ज को दूर करने में सहायक
- हाई कैलोरी प्राप्त कर सकते है
- कोलेस्ट्रॉल कम करने में मदद करता है
- हृदय स्वस्थ रखने में सहायक
- कब्ज को दूर करने में सहायक
जिन लोगों को अक्सर कब्ज की प्रॉब्लम रहती है, उन्हें सही मात्रा में मक्के के आटे से बनी हुई चीजों का सेवन करना चाहिए. पेट में दिक्क्तों का मुख्य कारण पाचन तंत्र का कमजोर होना माना जाता है. मक्के के आटे में फाइबर होता है. मक्के के आटे से कब्ज की समस्या कुछ ही दिनों में दूर हो जाएगी और आप काफी रिलैक्स भी फील करेंगे.
- हाई कैलोरी प्राप्त कर सकते है
कई बार लोगों को ज्यादा भूख लगती है और वे किसी भी समय कुछ भी चीज खा लेते हैं. ऐसा अगर बार-बार हो, तो वजन बढ़ने लगता है. इस प्रॉब्लम से निजात पाने के लिए आपको मक्के के आटे की मदद लेनी चाहिए, क्योंकि इसमें कैलोरी की मात्रा काफी ज्यादा होती है. अगर आप मक्के के आटे से बनी हुई चीजों को खाते हैं, तो इससे आप पूरे दिन भरपूर महसूस करेंगे और आपको ज्यादा भूख भी नहीं लगेगी.
- कोलेस्ट्रॉल कम करने में मदद करता है
कहते हैं कि कॉर्न फ्लोर की मदद से शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम किया जा सकता है. इतना ही नहीं कॉर्न फ्लोर से एक्स्ट्रा फैट को भी बर्न किया जा सकता है. कोलेस्ट्रॉल को कम करने वाला कॉर्न फ्लोर हमें दिल की बीमारियों से बचाकर रखता है.
- हृदय स्वस्थ रखने में सहायक
आपके दिल को स्वस्थ बनाए रखने के लिए भी मक्के की रोटी के फायदे देखे जा सकते हैं। सर्दियों में इसके नियमित सेवन से यह शरीर के बैड कोलेस्ट्रॉल को घटाकर अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बनाए रखने में मदद करती है। आपके दिल को स्वस्थ रखने के लिए मक्के की रोटी में ओमेगा 3 फैटी एसिड पाया जाता है। इसके अलावा यह रक्तचाप को नियंत्रित करने में भी सहायक है। जिससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसी हृदय संबंधी समस्याओं के जोखिम को कम किया जा सकता है।
Which is Best Corn Flour to Use? (सबसे अच्छा मक्की का आटा कौन सा है?)
मार्किट में वैसे तो बहुत तरह के ब्रांड के आटे उपलब्ध है और दावा भी करते है की उनका आटा सबसे ज़्यादा पौस्टिक और गुणकारी है हालांकि उनकी कीमत कई ज़्यादा है लेकिन जयपुर चक्की एक मात्र ब्रांड है जो की मै कहूंगा की शुद्धता की पहचान है और जयपुर चक्की की खासबात ये है की किसानो से सीधे बीज अपनी चक्की मै मंगवाते है और बिलकुल बिना किसी मिलावट के उसको पिसा जाता है और इनकी पैकेजिंग 4 लेयरिंग की है जिससे आपका आटा सुरक्षित रहता है। इनकी कीमते बाकी ब्रांड से कम है और गुणवत्ता से भरपूर है।
FAQs
मकई के आटे से क्या क्या बनाया जा सकता है?
यह आटा दरदरा होता है, इसका उपयोग पराठे, मक्के की रोटी, बाफले, ढोकले बनाने में किये जाता है. जबकि कॉर्न फ्लोर का उपयोग बिलकुल अलग होता हैl
कॉर्नफ्लोर का क्या उपयोग है?
कॉर्न फ्लोर से किसी तरह की रोटी पराठे तो नहीं बनाये जाते है, लेकिन इसे किसी भी स्नैक जैसे कटलेट, रोल, डीप, पास्ता आदि में उपयोग किया जाता हैl
कॉर्नफ्लोर में पाए जाने वाले पोषक तत्व कौन से हैं?
एनर्जी, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फैट, फाइबर
कॉर्नफ्लोर का स्टोरेज कैसे कर सकते हैं?
इसे एयर – टाइट कंटेनर में रखना चाहिए, जिससे यह नमी के संपर्क में नहीं आयेगाl