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Bejad Atta/flour

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बेजड़ का आटा चुनिंदा पोषक तत्वों से युक्त अनाज के आटो को  सही अनुपात मे मिलाकर बनाया जाता है।  इस आटे से बनी हुई रोटियाँ अत्यंत स्वादिष्ट होती है।  उत्तर भारत में खासकर राजस्थान, हरियाणा आदि क्षेत्रो में बेजड़ के आटे की रोटियां मुख्य रूप से आहार में शामिल की जाती है | 

बेजड़ का आटा क्या होता है? (What is Bejad ka Atta?)

बेजड़ का आटा बनाने के लिए मुख्यतः 3 तरह के अनाज, गेंहू, चना और जौ का उपयोग किया जाता है। लेकिन इन अनाज को सही अनुपात में मिलाने की जरूरत होती है। कुछ लोग इसमें कई तरह के और अनाज भी शामिल कर लेते हैं जो की ठीक नहीं है। क्षेत्र के अनुसार सीमित मात्रा में कुछ अन्य अनाज को शामिल किया जा सकता है, लेकिन मुख्यतः गेंहू, जौ और चना को इसमें शामिल किया जाता है।

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“इसमें 4:4:1 के अनुपात में गेंहू, जौ और चना को मिलाना चाहिए | यानि की 4 किलो गेंहू 4 किलो जौ और 1 किलो चने के आटे का अनुपात रहता है | यह स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी होता है |

बेजड़ के आटे के पोषक तत्व (Nutrients of Bejad ka Atta)

बेजड़ आटे में विभिन्न पोषक तत्व होते हैं, जो हमारे शरीर के लिए फायदेमंद होते हैं। अलग-अलग अनाजों में ये पोषक तत्व अलग-अलग मात्राओं में पाए जाते हैं। अधिकांश लोग एक ही तरह के अनाज का उपयोग करके उन्हें अपने आहार में शामिल करते हैं, जिससे वे सभी पोषक तत्वों को प्राप्त नहीं कर पाते हैं। इसी कारण से पुराने समय मे लोग अनेक अनाजों (multigrain flour) को मिलाकर आटा पिसवाते थे और उससे बनी रोटियां खाते थे। इससे वे स्वस्थ रहते थे और शारीरिक रूप से मजबूत भी होते थे। बेजड़ आटा भी मुख्य रूप से 3 अनाजों से बनता है, जिनके गुणों के बारे में हम यहां जानेंगे:

अनाज प्रोटीन (100 ग्राम ) Fat (100 ग्राम ) Carbohydrate (100 ग्राम ) 
गेंहू 3.180.4419.42
जौ ( Barley )0.550.063.06
चना 20 ग्राम6 ग्राम63 ग्राम

बेजड़ की रोटी (Bejad Ki Roti)

बेजड़ की रोटी राजस्थानी प्रसिद्ध बहुअन्न रोटी है, जो प्रोटीन से भरपूर और स्वादिष्ट होती है। इसे तीखे लहसून की चटनी के साथ खाया जाता हैं। यह खाने में बेहद स्वादिष्ट लगती है। यह रोटी राजस्थान में बहुत प्रसिद्ध है। यह सर्दियो के लिए बहुत अच्छी होती है। बेजड़ का आटा जौ, काला चना, सोयाबीन, मेथी के बीज और गेहूं जैसे अनाजो से बनता है। यह बहुअन्न रोटी अत्यधिक पोषणशील और अत्यंत स्वादिष्ट होती है। 

बेजड़ का आटा: उपयोग और लाभ (Bejad ka Atta Benefits And Uses)

बेजड़ आटा के उपयोग (Uses of Bejad Atta)

  • आप बेजड़ आटे से रोटियां या पूरियां बना सकते हैं। इस आटे से बनी रोटियां नरम और स्वादिष्ट होती हैं। यह आटा जल्दी सुख जाता है इसलिए इस आटे को ज्यादा जल्दी नहीं गूंथना चाहिए | रोटी बनाने से 15 मिनिट से लेकर आधे घंटे पहले गूँथ सकते है | अच्छी तरह से गूंथने के लिए आप गरम पानी का भी इस्तेमाल कर सकते है | बेजड़ के आटे से बनी रोटियां लम्बे समय तक ताजा रहती है | 
  • इस आटे का उपयोग रोटियां या पूरियां के अलावा भी किया जा सकता है। इससे आप नान, परांठे, मठरी और दूसरे फलाहारी व्यंजन बना सकते हैं। यह आपके भोजन को स्वादिष्ट बनाता है और इसमें पोषक तत्वों की मात्रा बनी रहती है। इसके अलावा, आप इसे डोसा, उपमा, इंडियन पैनकेक और बेक्ड गूज़बेरी पैनकेक जैसी विभिन्न व्यंजनों में भी उपयोग कर सकते हैं।
  • यह आटा एक मजबूत पोषण स्रोत होता है जो शरीर के लिए उपयोगी होता है। इसमें प्रोटीन, फाइबर, विटामिन और मिनरल्स की अच्छी मात्रा पाई जाती है। यह आपको ऊर्जा प्रदान करता है और शारीर के अंगों को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है।
  • बेजड़ आटा स्वास्थ्य के लिए बहुत उपयोगी होता है। इसमें जौ और चने के गुणो से, यह पाचन को सुधारने, कोलेस्ट्रॉल को कम करने, डायबिटीज़ को नियंत्रित करने, हड्डियों को मजबूत करने और मोटापे को कम करने में मदद करता है। इसका नियमित सेवन आपको अच्छी सेहत और उर्जा प्रदान करता है।
  • अगर आप स्वास्थ्य की दृष्टि से अपने आहार में सुधार करना चाहते हैं, तो बेजड़ आटा एक अच्छा विकल्प हो सकता है। इसे उचित मात्रा में उपभोग करें और इसे अपने आहार में शामिल करके स्वस्थ और पूर्ण पोषण प्राप्त करें।

बेजड़ के आटे के फायदे (Bejad ka Atta Benefits)

बेजड़ का आटा विभिन्न स्वास्थ्य लाभों के साथ आपके आहार में एक महत्वपूर्ण योगदान हो सकता है। इसके अलावा, यह आपकी रोटियों को स्वादिष्ट बनाने के साथ-साथ आपके स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाता है। यदि आप इसे नियमित रूप से अपने आहार में शामिल करते हैं, तो निम्नलिखित लाभ प्राप्त कर सकते हैं:

  • क्या बेजड़ के आटे का सेवन बुखार और सर्दी में फायदेमंद होता है?

हां, बेजड़ के आटे की रोटी का सेवन बुखार और सर्दी में फायदेमंद होता है | इसमें पाये जाने वाले पोषक तत्व शरीर को ताकत और स्फूर्ति प्रदान करते है और बुखार और सर्दी की समस्याओं को दूर करते है |

  • क्या बेजड़ का आटा मोटापे को नियंत्रित करता है?

हां, बेजड़ के आटा मोटापे को नियंत्रित करने में सहायक होता है | इसमें मौजूद काले चने का आटा भूख को कम करता है और आपको अधिक खाने से रोकता है जिससे वजन संतुलित रहता है |

  • क्या बेजड़ के आटे का सेवन डायबिटीज़ के लिए फायदेमंद होता है?

हां, बेजड़ के आटे का सेवन डायबिटीज़ के लिए फायदेमंद होता है | इसमें मौजूद कार्बोहाइड्रेट के अलावा अन्य पोषक तत्व जैसे विटामिन और फाइबर होते हैं जो रक्त शर्करा के स्तर को संतुलित रखने में मदद करते हैं | यह मधुमेह के मरीजों के लिए स्वस्थ विकल्प हो सकता है जो उच्च रक्त शर्करा से पीड़ित हैं |

  • क्या बेजड़ के आटे का सेवन अपच और पाचन संबंधी समस्याओं के लिए लाभदायक है?

हां, बेजड़ के आटे का सेवन अपच और पाचन संबंधी समस्याओं के लिए लाभदायक होता है | इसमें मौजूद फाइबर आपके पाचन तंत्र को मजबूत करता है और पाचन प्रक्रिया को सुचारू रूप से संचालित करता है | यह अपच, गैस, और एसिडिटी जैसी समस्याओं को कम करने में मदद कर सकता है |

  • बेजड़ के आटे में कौन कौनसे पोषक तत्व होते हैं ?

बेजड़ के आटे में गेंहू, जौ, और चने का मिश्रण होता है जो प्रोटीन, फाइबर, विटामिन, और मिनरल्स से भरपूर होता है। इन पोषक तत्वों की सही मात्रा से युक्त रोटियां आपके शरीर को स्वस्थ और पूर्णतः पोषित रखती हैं।

  • क्या बेजड़ का आटा पाचन क्रिया को सुचारू रूप से संचालित करता हैं ?

हां, बेजड़ का आटा अपच, गैस, और एसिडिटी जैसी पाचन संबंधी समस्याओं को कम करने में मदद करता है। इसमें मौजूद फाइबर आपके पाचन तंत्र को मजबूत करता है और सही पाचन प्रक्रिया को संचालित रखता है।

  • क्या बेजड़ का आटा मधुमेह के नियंत्रण में मददगार होता हैं ?

हां, बेजड़ का आटा डायबिटीज के मरीजों के लिए उपयोगी हो सकता है। यह रक्त शर्करा के स्तर को संतुलित रखने में मदद करता है और उच्च रक्त शर्करा से पीड़ित मरीजों को लाभ पहुंचाता है।

  • क्या बेजड़ का आटा वजन नियंत्रण करता हैं ?

हां, बेजड़ के आटे में काले चने का आटा होता है जो वजन को नियंत्रित करने में मददगार होता है। यह आपकी भूख को शांत करता है और अधिक खाने से रोकता है, जिससे आपका वजन संतुलित रहता है।

  • क्या बेजड़ का आटा शारीरिक ऊर्जा को बढ़ाता हैं ?

हां, बेजड़ का आटा शरीर को ऊर्जा प्रदान करने के लिए उपयुक्त होता है। इसमें मौजूद प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट आपको ताजगी और ऊर्जा से भरपूर रखते हैं।

इस प्रकार, बेजड़ के आटे का नियमित सेवन आपके स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है और आपको एक स्वस्थ और संतुलित जीवनशैली की ओर ले जाता है।

FAQs

बेजड़ का आटा कैसे बनता है?

गेंहू, जौ और काले चने को 4:4:1 के अनुपात में मिलाकर उन्हें पीसा जाता है | यानि की 4 किलो गेंहू 4 किलो जौ और 1 किलो चने को मिलाकर उन्हें पिसा जाता है | यह मिक्स आटा बहुत से गुणों से युक्त होता है और इसकी बनी रोटियां स्वादिष्ट होती है | 

बेजड़ के आटे के फायदे क्या है?

कब्ज, गैस, लौ एनर्जी, बढ़ते मोटापे को नियंत्रित करने में बेजड़ के आटे को अत्यंत लाभकारी माना गया है |

क्या बेजड़ के आटे की रोटियां रोजाना खा सकते है?

हां आप अपने रोजाना के आहार में बेजड़ की रोटियों को शामिल कर सकते है | यह रोटियां प्रोटीन, फाइबर और अन्य पोषक तत्वों से युक्त होती है और आपके स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होती है |

सबसे अच्छा बेजड़ का आटा कौनसा है? (Which is the Best Bejad Atta?)

बेजड़ का आटा तभी फायदेमंद होता है जब उसमे सभी जरुरी अनाज को सही अनुपात में मिलाया जाये | जयपुर चक्की बेजड़ आटा के लिए गेंहू, जौ और चने के आटे को सही अनुपात में मिलाया जाता है और यह सभी प्रोसेस का बारीकी से ध्यान रखा जाता है जिससे उपभोक्ता को एक अच्छा बेजड़ का आटा प्राप्त हो सके | जयपुर चक्की फ्रेश आटे से बनी रोटियां मुलायम बनती है और यह बहुत ही स्वादिष्ट होती है |

बेजड की रोटी कैसे बनायी जाती हैं?

एक कटोरी में बेजड़ का आटा लें, नमक मिलाएं। मुलायम आटे की तरह पानी डालकर नरम आटा बनाएं।
चपाती के आटे से थोड़ा बड़ा गोल गोला ले। इसे आटे से धूलिए और थोड़ा मोटी रोटी बनाने के लिए बेलन से बेल लें।
तब तक एक तवा गर्म करें (आप मिट्टी का तवा या लोहे का तवा उपयोग कर सकते हैं)।
जब तवा गर्म हो जाए, रोटी पकाएं। जब एक ओर से थोड़ा सा पक जाए, उसे फ्लिप करें और दूसरी ओर से पकाएं।
रोटी को सीधी आग में पकाएं। फिर प्लेट में ट्रांसफर करें।
अपने हाथों से दबाएं और ऊपर से घी डालें। आप चम्मच से इसे खुरच करके घी को शोषित कर सकते हैं।
स्वादिष्ट ‘बेजड़ की रोटी’ तैयार है, जिसे लहसून की चटनी के साथ परोसें।

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