संतुलित पोषण हमारे शारीरिक स्वास्थ्य के लिए बहुत ही आवश्यक है इसलिए डॉक्टर्स दिन में लिए जाने वाले आहार में किसी एक अनाज की जगह मल्टीग्रैन आटे के उपयोग की सलाह देते है | मल्टीग्रैन आटा कई तरह के आटे जैसे जौ, गेंहू, ज्वार, चना, बाजरा, जई, सोयाबीन को मिलाकर बनाया जाता है जिससे हमारे शरीर को इन अनाज में मिलने वाले पोषक तत्वों का लाभ होता है और शरीर केवल दिखने में ही तंदरुस्त नहीं होता है बल्कि आंतरिक रूप से भी मजबूत बनता है |
All About Multigrain Atta
आज के इस लेख में हम मल्टीग्रैन आटे के फायदे के साथ ही मल्टीग्रैन आटा क्या होता है इसका क्या उपयोग है, इसमें कौन कौन से पोषक तत्व पाए जाते है के बारे में जानेंगे |
What is Multigrain Atta? (मल्टीग्रैन आटा क्या होता है?)
देश और दुनिया के अलग अलग क्षेत्रों में अलग अलग तरह के अनाज का उपयोग आहार के रूप में किया जाता है | भारत में ही उत्तर से लेकर दक्षिण तक और पूर्व से लेकर पश्चिम तक गेंहू, बाजरा, ज्वार, जौ, मक्का जैसे अनाज का सेवन किया जाता है | इन सभी अनाज में कोई ना कोई खासियत होती है जिससे शरीर को लाभ होता है | लेकिन इन सभी अनाज में अलग अलग पोषक तत्व होते है इसलिए इन अनाज से शरीर को पोषण भी अलग अलग ही मिलता है |
आज के समय में अधिकांश लोग एक ही तरह के अनाज का सेवन मुख्यतयाः करते है | उत्तर भारत के लोग मुख्यतः गेंहू का सेवन करते है तो दक्षिण भारत के लोग चावल का अधिक मात्रा में सेवन करते है | लेकिन अगर हम हमारे घर के बुजुर्ग लोगों से पूछे तो वो बताएंगे की पहले कई तरह के अनाज को मिलाकर फिर उसे पिसवाया जाता था और उस आटे का उपयोग भोजन बनाने में किया जाता था | उस अनाज को खाने से लोग तंदरुस्त तो रहते थे ही उनकी रोगप्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती थी | लेकिन कुछ स्वाद के कारन आजकल लोगों ने इस तरह के मल्टीग्रैन आटे का उपयोग बंद कर दिया है जो की हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है |
Multigrain Atta Ingredients and Nutritional Value (मल्टीग्रैन आटे में शामिल अनाज और उनके पोषक तत्व)
Here are multigrain atta ingredients ratio and nutritional value:-
अनाज | प्रोटीन (100 ग्राम) | Fat (100 ग्राम) | Carbohydrate (100 ग्राम) | Enegy (100 ग्राम) |
बाजरा (Bajra) | 1.96 | 0.54 | 6.18 | 36.9 |
गेंहू | 3.18 | 0.44 | 19.42 | 96.6 |
जौ (Barley) | 0.55 | 0.06 | 3.06 | 15.8 |
मक्का (Maize) | 0.44 | 0.19 | 3.24 | 16.7 |
जई (Oats) | 0.59 | 0.47 | 3.43 | 20.4 |
रागी (Ragi) | 0.36 | 0.10 | 3.34 | 16.0 |
ज्वार (Jowar) | 0.50 | 0.09 | 3.38 | 16.7 |
सोयाबीन (Soya bean) | 5.00 | 0.10 | 3.20 | 33.7 |
Uses of Multigrain Atta (मल्टीग्रैन आटे का उपयोग)
मल्टीग्रैन आटे में कई तरह के आटे का उपयोग किया जाता है यह कई तरह के अनाज को पीसकर बनाया जाता है | इन सभी अनाज की अलग अलग खासियत होती है इसलिए आप अपनी जरुरत के अनुसार कुछ अनाज को मिलाकर मल्टीग्रैन आटा बना सकते है और इसका उपयोग कर सकते है |
1. दुबलेपन को दूर करने में मल्टीग्रैन आटे का उपयोग
यदि आपका शरीर पतला है यानि की दुबला है तो आप एक अनाज की रोटी खाने के बजाये कुछ अनाज को मिलाकर मल्टीग्रैन आटे का उपयोग कर सकते है और अपना दुबलापन दूर कर सकते है | दुबलेपन को दूर करने के लिए आप 5 किलो गेंहू में 1 किलो जौ, 1 किलो चना और आधा किलो सोयाबीन को मिलाकर आटा पिसवा सकते है और इस अनाज की बनी रोटियां खाने से आपको 1 महीने में फर्क दिखने लगता है और आपका दुबलापन दूर होता है |
2. गर्भवती महिलाओं के लिए मल्टीग्रैन आटे का उपयोग
गर्भवती महिलाओं को अपने और अपने पेट में पल रहे बच्चे के लिए समुचित पोषण की आवश्यकता रहती है जिससे बच्चा और वह स्वस्थ रहे और सुरक्षित प्रसव हो | इसके लिए मल्टीग्रैन आटा अत्यंत लाभकारी माना जाता है | गर्भवती होने पर महिलाओं को 5 किलो गेंहू में 1 किलो चना , 250 ग्राम तिल, 500 ग्राम तिल मिलाकर पिसवाना चाहिए | इस अनाज की बनी रोटी खाने से गर्भवती महिलाओं को पर्याप्त पोषण प्राप्त होता है |
3. बच्चों के लिए मल्टीग्रैन आटे का उपयोग
बड़ों की तुलना में बच्चे दिन भर में अधिक शारीरिक गतिविधि करते है इसके लिए उन्हें पर्याप्त पोषण की आवश्यकता होती है | बच्चों की अच्छी सेहत के लिए उन्हें 5 किलो गेंहू में 1 किलो जौ, 1 किलो चना और 250 ग्राम सोयाबीन मिलाकर सेवन करना चाहिए | इससे बच्चों की ग्रोथ तेजी से होती है |
Multigrain Atta Benefits (मल्टीग्रैन आटे के फायदे)
हमारे स्वास्थ्य के लिए मल्टीग्रेन आटे के फायदे बहुत अधिक है जिनमें से कुछ फायदों के बारे में हम आपको जानकारी दे रहे है |
- मसल्स मजबूत बनाता है मल्टीग्रैन आटा
- मोटापे से बचाता है मल्टीग्रैन आटा
- पाचन को बनाता है मजबूत
- डाइबिटीज की समस्या में लाभकारी है मल्टीग्रेन आटा
- जोड़ो के दर्द में लाभकारी है मल्टीग्रेन आटा
1. मसल्स मजबूत बनाता है मल्टीग्रैन आटा
भारत में मुख्यतः गेंहू के आटे का उपयोग किया जाता है जिसमें हमारे शरीर को समुचित पोषण नहीं मिल पाता है | जब हम मल्टीग्रैन आटे को अपने आहार में शामिल करते है तो अधिकांश पोषक तत्व हमारे शरीर को मिल पाते है | ये पोषक तत्व हमारे शरीर की मसल्स को मजबूत बनाते है जिससे हमारा शरीर आकर्षक और सुडौल बनता है |
2. मोटापे से बचाता है मल्टीग्रैन आटा
मल्टीग्रैन आटे में अच्छी मात्रा में फाइबर होता है जो की भोजन को अच्छे से पचाने में सहायक होता है और इससे अधिक भूख नहीं लगती है | जिसकी वजह से आप अधिक खाना नहीं खाते है और शरीर में एक्स्ट्रा वेट गेन नहीं होता है | इसलिए गेंहू, बाजरा, जौ चना से मिश्रित आटा आपके मोटापे को दूर करने में भी लाभकारी होता है |
3. पाचन को बनाता है मजबूत
बहुत से लोगों को शिकायत होती है की वो जो भी खाना खाते है वह अच्छे से नहीं पचता है और सुबह वे सही तरह फ्रेश नहीं हो पाते है | यदि शरीर में भोजन अच्छे से नहीं पचता है तो कई तरह की बीमारियां होने की सम्भावना रहती है | इसलिए यदि पाचन को अच्छा रखना चाहते है तो मल्टीग्रैन आटे का इस्तेमाल करें | मल्टीग्रेन आटे में प्रोटीन के साथ ही फाइबर भी अच्छी मात्रा में होआ है जो की आपके भोजन को पचाने में सहायक होता है और आपका मेटाबॉलिज्म मजबूत करता है | जिसकी वजह से पाचन से सबंधित होने वाली परेशानियों से आप बचे रहते है |
4. डाइबिटीज की समस्या में लाभकारी है मल्टीग्रेन आटा
डाइबिटीज की समस्या में मल्टीग्रेन आटे के उपयोग को लाभकारी माना गया है | इसमें मौजूद पोषक तत्व इस बीमारी में सकारात्मक असर दिखाते है | सामान्य आटे की तुलना में इसमें दुगने से भी अधिक पोषक तत्व होते है जो की आपके ग्लूकोज के स्तर को सामान्य बनाये रखने में असरकारी होते है |
5. जोड़ो के दर्द में लाभकारी है मल्टीग्रेन आटा
मल्टीग्रेन आटे में बाजरे को भी शामिल किया जाता है | बाजरा पोषक तत्वों से युक्त है और यह सूजनरोधी भी है जिसकी वजह से बढ़ती उम्र के साथ जोड़ों में आने वाली सूजन की समस्या को यह दूर करता है और जोड़ों के दर्द को दूर करने में भी इसे लाभकारी माना जाता है |
Which Multigrain Atta is Best? (सबसे अच्छा आटा कौनसा है?)
स्वास्थ्य को अनाज के सम्पूर्ण पोषक तत्व मिले इसके लिए जरुरी है की उसमें जरुरी अनाज की संतुलित मात्रा हो | जयपुर चक्की फ्रेश आटे में किस अनाज की कितनी मात्रा होगी यह सब विशेषज्ञों की देखरेख में तैयार किया गया है | जिससे जयपुर चक्की फ्रेश मल्टीग्रेन आटा बन जाता है आपके लिए अत्यंत लाभकारी | इस आटे की बनी रोटियां खाने में जितनी स्वादिष्ट होती है उतनी है आपके स्वास्थ्य के लिए लाभकारी |
FAQs
मल्टीग्रेन आटा के लाभ क्या क्या है ?
मल्टीग्रेन आटे में मौजूद फाइबर आपके भोजन को अच्छे से पचाने में सहायक होते है इससे दुबलापन, कब्ज की समस्या को दूर होती है और मसल्स मजबूत बनते है |
मल्टीग्रेन आटे में कौन कौनसे अनाज का उपयोग किया जाता है ?
मल्टीग्रेन आटे में बाजरा, गेंहू, जौ, ज्वार, चना, जइ और सोयाबीन जैसे अनाज का उपयोग किया जाता है |
क्या मल्टीग्रेन आटा रोजाना खा सकते है ?
मल्टीग्रेन आटे का उपयोग आप रोजाना अपने भोजन के रूप में कर सकते है | यह आपके स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है लेकिन मल्टीग्रेन आटे के लिए आपको सभी अनाज की संतुलित मात्रा में उपयोग करना चाहिए |